हेल्लो दोस्तों कैसे हो आप सभी लोग ? मैं आशा करती हूँ की आप सभी लोग ठीक ही होगे | दोस्तों सेक्सी कहानी के पठाको को मेरा नमस्कार | मैं आज आप लोगो को अपने जीवन की रंगीन पलो के बारे में बताने जा रही हूँ | मैं जो आज कहानी आप लोगो को बताउंगी इस कहानी को पढने में आप लोगो के लंड का पानी तो निकल ही जायेगा | दोस्तों इस कहानी में मैं आप लोगो को बताउंगी की कैसे मैंने अपने छोटे भाई के साथ चुदाई के मज़े लिए थे और अपने भाई को चुदाई करने के बारे में भी बताया था | मैं कहानी को शुरू करने से पहले अपने बारे में बता देती हूँ |
मेरा नाम शिवानी है और मेरी उम्र 25 साल है | मैं दिखने मे ज्यादा गोरी तो नही हूँ पर मेरा फिगर बहुत सेक्सी है | मेरी बड़ी बड़ी चूचियां जिनको देखकर किसी का मन डगमगा जाये | मेरी चुचियों से मस्त मेरी गांड है जिसको मैं मटकती हुई चलती हूँ | दोस्तों मेरा फिगर बहुत सेक्सी है | मैं बिना टाइम को बर्बाद करती हूँ कहानी को शुरू करती हूँ |
दोस्तों ये कहानी तब की है जब मैं अपने छोटे भाई के साथ पढाई करती थी और उसके साथ ही रहती थी | हम दोनों उन दिनों अपने घर से दूर रहते थे और पढाई करते थे | मेरा छोटा भाई मुझसे 2 साल छोटा है और वो दिखने में मुझसे काफी गोरा है | वो ज्यादा गोरा है जिससे दिखने में भी स्मार्ट लगता है और मेरे भाई का नाम अनमोल है |
दोस्तों मैं जब उसको देखती थी तो मेरे मन में अक्सर उससे लंड से चुदने की इच्छा होती थी पर वो मेरा छोटा भाई था इसलिए मैं उससे ये करने में डरती थी | मैं और अनमोल एक साथ एक ही बिस्तर पर लेटते थे | मैं जब उसके साथ लेटती थी तो मैं अक्सर उससे लिपट कर सोती थी जिससे काफी काफी उसका लंड रात को खड़ा हो जाता था |
जब उसका लंड खड़ा होता और मुझसे टच होता तो मेरे अन्दर उसको देखने की इच्छा होती पर मैं अपने आप को कन्ट्रोल करती और सो जाया करती थी | दोस्तों मैं एक दिन जब उसके साथ लेती थी तो वो लेटा था और सोते हुए मुझसे लिपट गया और जब वो मुझसे लिपट गया तो उसना बड़ा और मोटा लंड मेरी गांड के बीच घुस गया | जब उसका लंड मेरी गांड के बिच घुस गया तो मैं उसके लंड पर अपनी गांड को धीरे धीरे रगड़ने लगी जिससे मुझे मज़ा आने लगा था | मैं उसके लंड से पैंट के ऊपर से ही खेलने लगी थी | मैं उस रात उसके लंड के साथ खेल ही रही थी की मुझे लगा वो जग गया है |
तब मैं चुप चाप लेट गयी | मैं जब उस दिन सुबह उठी और नाश्ता तैयार किया | फिर हम दोनों नाश्ता करने के बाद कॉलेज चले गए | मैं उस दिन जब कॉलेज से पढने के बाद आई और कपडे घुलने के लिए बाथरूम में गयी | मैं जब उस दिन उसके कपडे धुल रही थी तो मुझे उसके लोवर में एक बड़ा सा दाग लगा हुआ दिखाई दिया | दोस्तों मैं समझ गयी थी की वो किस चीज का दाग था | फिर मैं कपडे धुलने के बाद सूखने के लिए डाल दिया और उसके साथ बैठ कर बात करने लगी | मैं जब उसके साथ बैठ कर बाते कर रही थी तो मेरी नजारे उसके लंड को घुर रही थी | मैं उसके लंड को ऐसे ही कुछ देर तक घूरती रही |
फिर मैं खाना बनाने लगी और जब हम दोनों खाना खाने के बाद लेटे तो मैं उस रात अपने मन में पक्का इरादा कर लिया था की मैं उसके लंड से आज रात जरुर खेलूंगी | मैं और अनमोल लेट गए और कुछ ही देर में अनमोल सोने लगा | दोस्तों जब वो सोने लगा तो मैंने उसके लोवर को नीचे कर दिया | जब मैंने उसके लोवर को नीचे कर दिया तो मैं उसके लंड को देखती रह गयी | अनमोल का लंड बिलकुल दूध की तरह गोरा था और मैं उसके लंड को अपने हाथ में पकड कर हिलाने लगी | मैं उसके लंड को ऐसे ही कुछ देर तक हाथ में पकड कर हिलाती रही और जब मुझसे रहा नही गया तो मैंने उसके लंड के टोपे पर किस करती हुई थोडा सा मुंह में रख लिया | दोस्तों मैं उसके लंड को मुंह में रख कर चूसने लगी थी और वो मस्त खर्राटे मारता हुआ सो रहा था |
मैं उसके लंड को मुंह में रख कर धीरे धीरे अन्दर बाहर करने लगी जिससे उसका लंड सीधा खड़ा हो गया | मैं उसके लंड को मुंह में अन्दर बाहर करती हुई चूस रही थी | मैं उसके लंड को जब जोर जोर से मुंह में रख कर चूसने लगी तो वो जग गया और मुझे ऐसे करते देख कर बोला दीदी ये क्या कर रही हो ? मैं कुछ नही अनमोल ये खड़ा था तो मैंने सोचा की इसको नीचे कर देती हूँ |
अनमोल – दीदी ये तो रोज ही खड़ा हो जाता इसको नीचे कैसे करते हैं ?
मैं – देखो मैं आज तुम्हे इसको नीचे करके दिखाती हूँ |
वो – हाँ करो मैं देखता हूँ ?
दोस्तों वो जैसे मुझसे बात कर रहा था इससे लग रहा था की उसको सेक्स के बारे में कुछ नही पता है | तब मैं उसके लंड को मुंह में अन्दर बाहर करती हुई चूस रही थी और वो लेटा चूसा रहा था | मैं जब उसके लंड को जोर जोर से चूसने लगी तो वो मुझसे बोला दीदी कुछ निकलने वाला है | मैंने तब उसके लंड को और जोर जोर से चूसने लगी जिससे कुछ ही देर में उसके लंड ने अपना माल मेरे मुंह में ही निकाल दिया | दोस्तों उसके लंड से निकलने वाला सारा माल में पी गयी और उसके लंड को चाट चाट कर उसके लंड से निकलने वाली एक एक बूंद निचोड़ कर पी गयी |
तब अनमोल मुझसे बोला दीदी बहुत मज़ा आया ये क्या निकला था मेरे लंड से ? मैंने कहा इसे धात कहते हैं | तब वो बोला दीदी ऐसे करने में बहुत मज़ा आया तो मैंने कहा इससे ज्यादा मज़ा आता हैं |
अनमोल बोला सच में दीदी ? मैं बोली हाँ सच में | अनमोल ने कहा तो दीदी मुझे मज़ा दो ? मैंने तब अनमोल से कहा तू पहले अपने सारे कपडे निकाल दे | दोस्तों उसने अपने सारे कपडे निकाल दिए और मैंने अपने सारे कपडे निकाल दिए जिससे हम दोनों ही बिना कपड़ो के थे | वो मुझे बिना कपड़ो के टकटकी बांध कर देख रहा था | वो मुझे ऐसे ही 1 -2 मिनट तक देखता रहा | तब मैं बिस्तर पर अपनी टांगो को फैला कर लेट गयी और उससे अपनी चूत को चाटने को कहा | वो मेरी चूत में अपनी जीभ को घुसा कर चाटने लगा |
दोस्तों जब वो मेरी चूत में अपनी जीभ को घुसा कर चाटने लगा तो मेरे मुंह से आह आह ओह उई ओह उई माई… सी उह आह उई माई सी… सेक्सी आवाजे निकलने लगी | मैं सेक्सी आवाजे करती हुई अपनी चुचियों को मसल रही थी और वो मेरी चूत को जीभ से रगड रगड कर चाट रहा था जिससे मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और मैं आह उई और जोर से कर अनमोल मज़ा आ रहा है | वो मेरे चूत को अपने हाथ की उँगलियों से फैला कर दाने को होठो से पकड कर खीच खीच कर चाटने लगा | वो मेरी चूत को ऐसे ही कुछ देर तक चाटता रहा और फिर मैंने अपनी चूत में उँगलियों को घुसाने को कहा और वो मेरी चूत में अपनी ऊँगली को घुसा कर हिलाने लगा |
मैं अनमोल और जोर से कर यार और जोर से कर और वो मेरी चूत में उँगलियों को और जोर जोर से करने लगा जिससे मेरी चूत का पानी निकाल गया और मैं झड़ गयी | मेरे झड़ने के बाद मैंने अनमोल के लंड को खड़ा किया और उसे अपनी चूत में घुसाने को कहा | तब अनमोल ने अपने लंड को मेरी चूत में घुसा दिया और धीरे धीरे अन्दर बाहर करते हुए चोदने लगा | मैं अनमोल से यार ऐसे नही जोरदार धक्के मारो और अपने लंड को पूरा घुसा दो ?
वो वेसे ही मेरी चूत में धक्के मारने लगा जिससे उसका लम्बा और मोटा लंड मेरी चूत में पूरी तरह से घुस गया | दोस्तों उसका लंड जैसे ही मेरी चूत में पूरा घुसा तो मेरे मुंह से जोर की एक आवाज निकल गयी और मैं जैसे सातवे आसमान में हूँ | मुझे कुछ टाइम के लिए ऐसा लगा की मैं अब उसे पीछे कर दूँ और उसके लंड को चूत से निकाल दूँ पर मैं कुछ देर तक दर्द को सहती रही जिससे कुछ ही देर में मुझे मज़ा आने लगा |
मैं तब उसके पुरे लंड को चूत में लेकर चुद रही थी और वो मुझे जोरदार के धक्को के साथ चोद रहा था | मैं उसके लंड से कुछ देर तक ऐसे ही चुदती रही | फिर मैं उसके लंड पर बैठ कर ऊपर नीचे होती हुई चुदने लगी | फिर वो 15 मिनट तक मुझे ऐसे ही चोदता रहा और उसने अपना माल मेरी चूत में ही निकाल दिया | तब मैंने उससे कहा अरे तुने ये क्या किया ? वो बोला मैंने तो कुछ नही किया दीदी | तब मैंने उसे बताया की इसको चूत में नही निकालते हैं |
अनमोल बोला वो क्यूँ दीदी ? मैंने उसे बताया की अगर इसे चूत में निकाल देते हैं तो लड़की प्रेगनेन्ट हो जाती है | मैंने उस रात उसके लंड से दो बार चुदी थी और मैंने उसे सेक्स के बारे में बहुत कुछ बताया था | उस दिन के बाद हम दोनों रोज ही चुदाई का रंगीन खेल खेलते थे | धन्यवाद…………
मेरा नाम शिवानी है और मेरी उम्र 25 साल है | मैं दिखने मे ज्यादा गोरी तो नही हूँ पर मेरा फिगर बहुत सेक्सी है | मेरी बड़ी बड़ी चूचियां जिनको देखकर किसी का मन डगमगा जाये | मेरी चुचियों से मस्त मेरी गांड है जिसको मैं मटकती हुई चलती हूँ | दोस्तों मेरा फिगर बहुत सेक्सी है | मैं बिना टाइम को बर्बाद करती हूँ कहानी को शुरू करती हूँ |
दोस्तों ये कहानी तब की है जब मैं अपने छोटे भाई के साथ पढाई करती थी और उसके साथ ही रहती थी | हम दोनों उन दिनों अपने घर से दूर रहते थे और पढाई करते थे | मेरा छोटा भाई मुझसे 2 साल छोटा है और वो दिखने में मुझसे काफी गोरा है | वो ज्यादा गोरा है जिससे दिखने में भी स्मार्ट लगता है और मेरे भाई का नाम अनमोल है |
दोस्तों मैं जब उसको देखती थी तो मेरे मन में अक्सर उससे लंड से चुदने की इच्छा होती थी पर वो मेरा छोटा भाई था इसलिए मैं उससे ये करने में डरती थी | मैं और अनमोल एक साथ एक ही बिस्तर पर लेटते थे | मैं जब उसके साथ लेटती थी तो मैं अक्सर उससे लिपट कर सोती थी जिससे काफी काफी उसका लंड रात को खड़ा हो जाता था |
जब उसका लंड खड़ा होता और मुझसे टच होता तो मेरे अन्दर उसको देखने की इच्छा होती पर मैं अपने आप को कन्ट्रोल करती और सो जाया करती थी | दोस्तों मैं एक दिन जब उसके साथ लेती थी तो वो लेटा था और सोते हुए मुझसे लिपट गया और जब वो मुझसे लिपट गया तो उसना बड़ा और मोटा लंड मेरी गांड के बीच घुस गया | जब उसका लंड मेरी गांड के बिच घुस गया तो मैं उसके लंड पर अपनी गांड को धीरे धीरे रगड़ने लगी जिससे मुझे मज़ा आने लगा था | मैं उसके लंड से पैंट के ऊपर से ही खेलने लगी थी | मैं उस रात उसके लंड के साथ खेल ही रही थी की मुझे लगा वो जग गया है |
तब मैं चुप चाप लेट गयी | मैं जब उस दिन सुबह उठी और नाश्ता तैयार किया | फिर हम दोनों नाश्ता करने के बाद कॉलेज चले गए | मैं उस दिन जब कॉलेज से पढने के बाद आई और कपडे घुलने के लिए बाथरूम में गयी | मैं जब उस दिन उसके कपडे धुल रही थी तो मुझे उसके लोवर में एक बड़ा सा दाग लगा हुआ दिखाई दिया | दोस्तों मैं समझ गयी थी की वो किस चीज का दाग था | फिर मैं कपडे धुलने के बाद सूखने के लिए डाल दिया और उसके साथ बैठ कर बात करने लगी | मैं जब उसके साथ बैठ कर बाते कर रही थी तो मेरी नजारे उसके लंड को घुर रही थी | मैं उसके लंड को ऐसे ही कुछ देर तक घूरती रही |
फिर मैं खाना बनाने लगी और जब हम दोनों खाना खाने के बाद लेटे तो मैं उस रात अपने मन में पक्का इरादा कर लिया था की मैं उसके लंड से आज रात जरुर खेलूंगी | मैं और अनमोल लेट गए और कुछ ही देर में अनमोल सोने लगा | दोस्तों जब वो सोने लगा तो मैंने उसके लोवर को नीचे कर दिया | जब मैंने उसके लोवर को नीचे कर दिया तो मैं उसके लंड को देखती रह गयी | अनमोल का लंड बिलकुल दूध की तरह गोरा था और मैं उसके लंड को अपने हाथ में पकड कर हिलाने लगी | मैं उसके लंड को ऐसे ही कुछ देर तक हाथ में पकड कर हिलाती रही और जब मुझसे रहा नही गया तो मैंने उसके लंड के टोपे पर किस करती हुई थोडा सा मुंह में रख लिया | दोस्तों मैं उसके लंड को मुंह में रख कर चूसने लगी थी और वो मस्त खर्राटे मारता हुआ सो रहा था |
मैं उसके लंड को मुंह में रख कर धीरे धीरे अन्दर बाहर करने लगी जिससे उसका लंड सीधा खड़ा हो गया | मैं उसके लंड को मुंह में अन्दर बाहर करती हुई चूस रही थी | मैं उसके लंड को जब जोर जोर से मुंह में रख कर चूसने लगी तो वो जग गया और मुझे ऐसे करते देख कर बोला दीदी ये क्या कर रही हो ? मैं कुछ नही अनमोल ये खड़ा था तो मैंने सोचा की इसको नीचे कर देती हूँ |
अनमोल – दीदी ये तो रोज ही खड़ा हो जाता इसको नीचे कैसे करते हैं ?
मैं – देखो मैं आज तुम्हे इसको नीचे करके दिखाती हूँ |
वो – हाँ करो मैं देखता हूँ ?
दोस्तों वो जैसे मुझसे बात कर रहा था इससे लग रहा था की उसको सेक्स के बारे में कुछ नही पता है | तब मैं उसके लंड को मुंह में अन्दर बाहर करती हुई चूस रही थी और वो लेटा चूसा रहा था | मैं जब उसके लंड को जोर जोर से चूसने लगी तो वो मुझसे बोला दीदी कुछ निकलने वाला है | मैंने तब उसके लंड को और जोर जोर से चूसने लगी जिससे कुछ ही देर में उसके लंड ने अपना माल मेरे मुंह में ही निकाल दिया | दोस्तों उसके लंड से निकलने वाला सारा माल में पी गयी और उसके लंड को चाट चाट कर उसके लंड से निकलने वाली एक एक बूंद निचोड़ कर पी गयी |
तब अनमोल मुझसे बोला दीदी बहुत मज़ा आया ये क्या निकला था मेरे लंड से ? मैंने कहा इसे धात कहते हैं | तब वो बोला दीदी ऐसे करने में बहुत मज़ा आया तो मैंने कहा इससे ज्यादा मज़ा आता हैं |
अनमोल बोला सच में दीदी ? मैं बोली हाँ सच में | अनमोल ने कहा तो दीदी मुझे मज़ा दो ? मैंने तब अनमोल से कहा तू पहले अपने सारे कपडे निकाल दे | दोस्तों उसने अपने सारे कपडे निकाल दिए और मैंने अपने सारे कपडे निकाल दिए जिससे हम दोनों ही बिना कपड़ो के थे | वो मुझे बिना कपड़ो के टकटकी बांध कर देख रहा था | वो मुझे ऐसे ही 1 -2 मिनट तक देखता रहा | तब मैं बिस्तर पर अपनी टांगो को फैला कर लेट गयी और उससे अपनी चूत को चाटने को कहा | वो मेरी चूत में अपनी जीभ को घुसा कर चाटने लगा |
दोस्तों जब वो मेरी चूत में अपनी जीभ को घुसा कर चाटने लगा तो मेरे मुंह से आह आह ओह उई ओह उई माई… सी उह आह उई माई सी… सेक्सी आवाजे निकलने लगी | मैं सेक्सी आवाजे करती हुई अपनी चुचियों को मसल रही थी और वो मेरी चूत को जीभ से रगड रगड कर चाट रहा था जिससे मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और मैं आह उई और जोर से कर अनमोल मज़ा आ रहा है | वो मेरे चूत को अपने हाथ की उँगलियों से फैला कर दाने को होठो से पकड कर खीच खीच कर चाटने लगा | वो मेरी चूत को ऐसे ही कुछ देर तक चाटता रहा और फिर मैंने अपनी चूत में उँगलियों को घुसाने को कहा और वो मेरी चूत में अपनी ऊँगली को घुसा कर हिलाने लगा |
मैं अनमोल और जोर से कर यार और जोर से कर और वो मेरी चूत में उँगलियों को और जोर जोर से करने लगा जिससे मेरी चूत का पानी निकाल गया और मैं झड़ गयी | मेरे झड़ने के बाद मैंने अनमोल के लंड को खड़ा किया और उसे अपनी चूत में घुसाने को कहा | तब अनमोल ने अपने लंड को मेरी चूत में घुसा दिया और धीरे धीरे अन्दर बाहर करते हुए चोदने लगा | मैं अनमोल से यार ऐसे नही जोरदार धक्के मारो और अपने लंड को पूरा घुसा दो ?
वो वेसे ही मेरी चूत में धक्के मारने लगा जिससे उसका लम्बा और मोटा लंड मेरी चूत में पूरी तरह से घुस गया | दोस्तों उसका लंड जैसे ही मेरी चूत में पूरा घुसा तो मेरे मुंह से जोर की एक आवाज निकल गयी और मैं जैसे सातवे आसमान में हूँ | मुझे कुछ टाइम के लिए ऐसा लगा की मैं अब उसे पीछे कर दूँ और उसके लंड को चूत से निकाल दूँ पर मैं कुछ देर तक दर्द को सहती रही जिससे कुछ ही देर में मुझे मज़ा आने लगा |
मैं तब उसके पुरे लंड को चूत में लेकर चुद रही थी और वो मुझे जोरदार के धक्को के साथ चोद रहा था | मैं उसके लंड से कुछ देर तक ऐसे ही चुदती रही | फिर मैं उसके लंड पर बैठ कर ऊपर नीचे होती हुई चुदने लगी | फिर वो 15 मिनट तक मुझे ऐसे ही चोदता रहा और उसने अपना माल मेरी चूत में ही निकाल दिया | तब मैंने उससे कहा अरे तुने ये क्या किया ? वो बोला मैंने तो कुछ नही किया दीदी | तब मैंने उसे बताया की इसको चूत में नही निकालते हैं |
अनमोल बोला वो क्यूँ दीदी ? मैंने उसे बताया की अगर इसे चूत में निकाल देते हैं तो लड़की प्रेगनेन्ट हो जाती है | मैंने उस रात उसके लंड से दो बार चुदी थी और मैंने उसे सेक्स के बारे में बहुत कुछ बताया था | उस दिन के बाद हम दोनों रोज ही चुदाई का रंगीन खेल खेलते थे | धन्यवाद…………
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